पिछली सरकार में फर्जीवाड़े का अड्डा बन चुका उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग लगता है कि अब बदलाव के रास्ते पर चलने की तैयारी कर रहा है। खबर है कि UP PCS परीक्षा के पैटर्न में आमूलचूल परिवर्तन की तैयारी चल है। खबर के अनुसार ये सभी परिवर्तन पीसीएस परीक्षा 2018 से लागू किए जा सकते हैं।
क्या-क्या हो सकता है परिवर्तन?
1-खबर के अनुसार पीसीएस का पैटर्न UPSC के सिविल सर्विसेज एक्जाम के पैटर्न पर करने की तैयारी है।
2-मुख्य परीक्षा में दो की बजाय अब एक वैकल्पिक विषय होंगे।
3-इंटरव्यू में धांधली को रोकने के लिए इंटरव्यू के 200 नंबर में 50 फीसदी कटौती की जाएगी। इंटरव्यू अब सिर्फ 100 नंबरों का ही होगा। यानी की मेरिट में मुख्य परीक्षा के अंकों का महत्व बढ़ जाएगा।
4-इंटरव्यू के लिए 1985 से अभ्यार्थियों को 21 दिन पहले नोटिस भेजी जाती थी लेकिन तकनीकी के युग में अब उन्हें 15 दिन पहले ही नोटिस भेजी जाएगी।
5-परीक्षा के लिए आवेदन करने लिए ऑनलाइन समय जहां 21 दिन का होगा वहीं ऑफलाइन के लिए 28 दिन का वक्त मिलेगा।
खबर के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न में अभी कोई परिवर्तन नहीं होगा। प्री परीक्षा में पहले पेपर जीएस के आधार पर ही मेरिट बनेगी जब सी-सैट का दूसरा पेपर क्वालीफाइंग ही होगा। उम्मीद है कि आयोग के इस कदम से परीक्षा में पारदर्शिता बढ़ेगी और पिछले 5 सालों में छात्रों का जो विश्वास आयोग ने खो दिया था वो उसे वापस मिलेगा।
गौरतलब है कि समाजवादी सरकार में मुुख्य परीक्षा में स्केलिंग के नाम पर एक खास वर्ग को खूब फायदा पहुंचाने का आरोप लगा था। इसी तरह से इंटरव्यू में 200 में से अधिकतम 140 नंबर एक खास जातिवर्ग को देने का भी आरोप लगा और सलेक्शन में इसका साफ असर भी दिखाई दिया। जब 86 में 56 SDM एक खास जाति से ही सलेक्ट हो गए। इस मसले पर खूूब बवाल भी हुआ। यूपी चुनाव में ये बड़ा मुद्दा भी बना। इंटरव्यू के नंबर कम होने से उन छात्रों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है जो दिन-रात मेहनत कर अपनी इस ड्रीम जॉब को हासिल करना चाहते हैं लेकिन आयोग की बेईमानी के शिकार बन जाते हैं।
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